Sunday, March 1, 2020

MEANING ,FEATURES AND TYPES OF INFLATION IN HINDI


  • शशि अग्रवाल इकोनॉमिक्स  तथा लॉ क्लासेस
  • SHASHI AGGARWAL ECONOMICS AND LAW CLASSES

  • MEANING.FEATURES AND TYPES OF INFLATION IN HINDI

  • मुद्रास्फीति अर्थ
  • साधारण शब्दों में मुद्रास्फीति वह स्थिति है जिसमें कीमती बढ़ती है तथा मुद्रा का मूल्य गिरता है
  • मुद्रास्फीति एक वह घटना है जिसमें बहुत अधिक मात्रा मुद्रा बहुत कम वस्तुओं का पीछा करती हैI
  • COULBORN,” TOO MUCH MONEY CHASES TOO FEW GOODS”
  •  मुद्रास्फीति एक व्यवस्था है जिसमें मुद्रा का मूल्य गिरता है अर्थात कीमतें बढ़ जाती हैI
  • CROWTHER,” INFLATION IS A STATE IN WHICH THE VALUE OF MONEY IS FALLING I.E PRICES ARE RISING
  • PIGOU,” INFLATION EXIST WHEN MONEY INCOME IS EXPANDING MORE THAN IN PROPORTION TO INCOME EARNING ACTIVITY.”
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  • मुद्रास्फीति एक अवस्था है जिसमें समस्त अर्थव्यवस्था में कीमतों लगातार बढ़ती है यह बढ़ती हुई कीमतों ना कि उच्च कीमतों की स्थिति होती है I

  • INFLATION AS A PURE MONTETARY PHENOMEMON
    विशुद्ध मौद्रिक घटना
  • मुद्रा अर्थशास्त्र मौद्रिक स्थिति को एक विशुद्ध मौद्रिक घटना माना हैI
  •  जब मुद्रा की पूर्ति बहुत ज्यादा बढ़ जाती है जिसके कारण INFLATION पैदा होती है
  •  ACCORDING TO PROFESSOR MILTON FRIEDMAN,”मुद्रा की मात्रा में बहुत ज्यादा विस्तार होने से बहुत कम वस्तुओं का पीछा करती हैI मुद्रास्फीति सदैव मौद्रिक क्रिया होती है
  • मुद्रा की मात्रा में वृद्धि हो जाने से कीमतों में वृद्धि हो जाती है
  • KEYNESIAN VIEWS ON INFLATION
  • ACCORDING TO KEYNES मुद्रास्फीति प्रभावपूर्ण मांग के ज्यादा होने के कारण उत्पन्न होती हैI मुद्रास्फीति को एक पूर्ण रोजगार घटना माना है I
  • पूर्ण रोजगार अवस्था से पहले कीमतों वृद्धि की स्थिति को इन्फ्लेशन कहते हैंI
  • उसके अनुसार अनुसार पूर्ण रोजगार अवस्था से पहले कीमतों में वृद्धि की स्थिति को SEMI INFLATION कहा जाता है I
  • पूर्ण रोजगार की अवस्था के बाद कीमतों में वृद्धि TRUE INFLATION की स्थिति होती है
  • PROFESSOR HANSON के मुताबिक INFLATION की वास्तविक प्रकृति की व्याख्या करने के लिए EXCESS DEMAND ANALYSIS प्रस्तुत किया हैI
  •  जब कभी अर्थव्यवस्था में वस्तुओं तथा सेवाओं के लिए प्रभावपूर्ण मांग ज्यादा होती है प्रचलित के ऊपर उपरोक्त पूर्ति के द्वारा उसे पूर्ण नहीं किया जाता तो मुद्रा स्थिति की स्थिति उत्पन्न होती है I
  • पूर्ण रोजगार के अवस्था पर पहुंच जाने के बाद मुद्रा की मात्रा में वृद्धि हो जाने के कारण कीमतों के स्तर में वृद्धि होती है

  • मुद्रास्फीति के विशेषताएं

  • यह एक विशुद्ध मौद्रिक प्रक्रिया है I
  • कीमतों में लगाता लगातार वृद्धि होती है I
  • यह दीर्घकालीन गत्यात्मक प्रक्रिया है I
  • उच्च कीमतों की अर्थव्यवस्था नहीं बलिक बढ़ती हुई कीमतों की अवस्था होती है I
  • वास्तविक मुद्रास्फीति के  FULL EMPLOYMENT बाद ही उत्पन्न होती है

  • स्फीति के प्रकार ( TYPES OF INFLATION )


  • मुद्रास्फीति के प्रकार तीव्रता के आधार पर वर्गीकरण
  1. CREEPING INFLATION (रेंगती स्फीति)
  2. WALKING INFLATION (चलती स्फीति)
  3. RUNNING INFLATION(दौड़ती स्फीति)
  4. GALLOPING INFLATION (सरपट दौड़ती स्फीति
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  • स्फीति के प्रकार

  • क्रीपिंग इन्फ्लेशन ( CREEPING INFLATION ): 3% से ज्यादा वृद्धि नहीं होती तो इसे रेंगती स्फीति कहा जाता हैI Iविकास के साथ-साथ कीमतों में वृद्धि होती हैI
  •  WALKING INFLATION : 3% से 10% PER YEAR. अर्थव्यवस्था के लिए हानिकारक होती है क्योंकि आर्थिक विकास का काम बहुत तेजी के साथ होने लगता है जिससे लोगों की आय बहुत ज्यादा बढ़ जाती है और वह चीजों की डिमांड बहुत ज्यादा करने लग जाते हैंI उससे ज्यादा खरीदने की कोशिश करते हैं इससे डिमांड और बढ़ जाती है और सप्लायर इस डिमांड को पूरा नहीं कर पातेI
  • स्फीति के प्रकार

  • WALKING INFLATION (चलती स्फीति) :
  • दौड़ती समिति की अवस्था में किंतु में 10% से ज्यादा वृद्धि तक वृद्धि होती है और यह अर्थव्यवस्था के साथ इसका बुरा प्रभाव पड़ता है मुद्रा का मूल्य कम हो जाता है और COST और कीमतें बढ़ जाती हैं.
  • GALLOPING INFLATION : इस अवस्था में के बढ़ने की कोई सीमा नहीं होती 1 साल के अंदर 100% की वृद्धि भी हो सकती हैI यह गंभीर असंतुलन की अवस्था को प्रकट करती हैI इस स्थिति में यह निश्चित नहीं होता कि कुछ समय बाद वस्तुएं मिलेंगे या नहीं
  • PROFIT INDUCED INFLATION OR WAGE INFLATION
    लाभ प्रेरक स्फीति / वेतन प्रेरित स्फीति
  • लाभ प्रेरक प्रेरक शक्ति होती है जो उद्यमियों में लाभ होने के कारण पैदा होती हैI
  •  वेतन प्रेरित स्फीति वह होती है जब श्रमिक अधिक वेतन की मांग करते हैं और जिससे कीमतों में वृद्धि होती हैI
  • PRE WAR INFLATION,WAR TIME INFLATION AND POST WAR INFLATION
  • युद्ध से पूर्व स्थिति  : युद्ध के खतरे का सामना करने के लिए सरकार धन इकट्ठा करने के लिए जनता पर टैक्स लगा देती है जिससे कि कीमतों बढ़ जाती
  • युद्ध कालीन स स्थिति : युद्ध काल में मुद्रा की मात्रा में वृद्धि उत्पादन के ढांचे में परिवर्तन तथा विदेशी व्यापार के समस्याओं के कारण मुद्रास्फीति की स्थिति उत्पन्न हो जाती हैI
  •  युद्ध के बाद : यह तो युद्ध पश्चात काल में अर्थव्यवस्था में मांग ज्यादा होती है पूर्ति कम होती है जिसकी वजह से INFLATION पैदा होती है
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  • OPEN INFLATION AND SUPPRESSED INFLATION
  • खुली स्फीति : एक कमजोर अथवा कामचलाऊ सरकार होने के कारण वह BUSINESS MEN और उत्पादक सरकार की नीतियों की ओर कोई ध्यान नहीं देते जिसके कारण कोई नियंत्रण ना होने पर कीमतें बढ़ जाती है इस अवस्था को ओपन इन्फ्लेशन कहा जाता है
  • इसके विपरीत यदि कीमतों पर नियंत्रण पाने के लिए सरकारी नियंत्रण लगाती है अथवा संकटकाल घोषित करती है तो इसको दबी स्फीति कहा जाता है I
  • PARTIAL INFLATION AND COMPREHENSIVE INFLATION
  • आशिक स्फीति : जब भी इन्फ्लेशन एक विषय क्षेत्र के अंदर होती है
  •  व्यापक स्फीति: यदि सभी क्षेत्रों में होती है तो उसे व्यापक सिटी कहा जाता है I
  • DEFICIT INDUCED INFLATION
  • घाटा प्रेरित स्फीति :यदि सरकार घाटे के वित्त व्यवस्था जब सरकार घाटे की वित्त व्यवस्था बनाती है तो अर्थव्यवस्था में लोगों की खरीदने की शक्ति बढ़ जाती है जिसके कारण कीमतें बढ़ जाती हैI




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