Thursday, August 5, 2021

CENSUS AND SAMPLE METHODS OF COLLECTION IN HINDI/आंकड़ों के संकलन की जनगणना तथा प्रतिदर्श विधियां

 


     जनगणना और प्रतिदर्श की अवधारणाएं



     अनुसंधानकर्ता अपनी खोज के लिए आंकड़े इकट्ठे करना चाहता हैi उस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए वह दो विधियों का प्रयोग कर सकता है I

1.       एक विधि जनगणना विधि कहते हैं

2.       और दूसरी विधि को प्रतिदर्श विधि कहते हैं

     जनगणना और प्रतिदर्श की अवधारणाएं

     अगर किसी कॉलेज के अंदर 3000 विद्यार्थी हैं एक अनुसंधानकर्ता उनकी  परिवारिक पृष्ठभूमि के बारे में खोज करना चाहता हैi तो जनगणना विधि के मुताबिक वह 3000 विद्यार्थियों के संबंध में परिवारिक पृष्ठभूमि संबंधी आंकड़े इकट्ठे करेगा I

     तथा दूसरी विधि के अंदर उनमें से कुछ विद्यार्थियों के संबंध में सूचनाएं इकट्ठा करेगा जो सब का प्रतिनिधित्व करते हैंi जिसको हम प्रतिदर्श विधि कहते हैं

     जनगणना और प्रतिदर्श की अवधारणाएं

     सांख्यिकी में किसी विषय से संबंधित सभी मदों के उसको समूह को जनसंख्या कहा जाता है जिसके विषय में जानकारी प्राप्त करनी हैi कुछ किताबों में इसे समझती भी कहा जाता है I

     सांख्यिकी के अंदर जनसंख्या शब्द का प्रयोग विशेष अर्थ में किया जाता है जनसंख्या उन सभी मदों के समूह को कहा जाता है जिसकी विषय के बारे में हम सूचना इकट्ठा करना चाहते हैं जैसे कि हम तीन हजार कॉलेज के विद्यार्थियों के बारे में जानना चाहते में आकर इकट्ठा करना चाहते हैं I

1.       आंकड़े इस समूह को जनसंख्या कहा जाएगा I

2.       जनसंख्या की एक इकाई को मद कहा जाता है :

3.       जनगणना और प्रतिदर्श की अवधारणाएं

4.       जनसंख्या की सभी मदों कहा जाता हैi जनगणना विधि

      अगर आप सभी मदों को नहीं ले रहे जनसंख्या के केवल एक प्रतिदर्श को ले रहे हैं I

     प्रतिदर्श की सभी विशेषताओं से समग्र की सभी विशेषताओं की प्रतिनिधि की अपेक्षा की जाती है

     सांख्यिकी अनुसंधान की विधियां
METHODS OF STATISTICAL INQUIRY

     सांख्यिकी अनुसंधान की दो विधियां हैं  :

1.       जनगणना विधि

2.       प्रतिदर्श विधि

जनगणना विधि वह विधि है जिसमें किसी अनुसंधान से संबंधित समग्र या जनसंख्या की प्रत्येक मध्य के संबंध में आंकड़े इकट्ठे किए जाते हैं तथा उनके आधार पर निष्कर्ष निकाले जाते हैं Iजनगणना विधि जनसंख्या की पूर्ण गणना को दर्शाती है Iजांच का सबसे उपयुक्त उदाहरण है जैसे कि देश की जनसंख्या के आकलन के लिए घर-घर जाकर पूछताछ की जाती है और यहां तक की सड़क के किनारे रहने वालों से भी संपर्क बनाया जाता है जनसंख्या की जनगणना हर 10 वर्ष में की जाती हैI

     SUITABILITY OF CENSUS METHOD
जनगणना विधि की उपयुक्तता

1.       जिसका क्षेत्र सीमित हो

2.        जिसमें विभिन्न गुणों वाली इकाई हूं I

3.        जिनमें गहन अध्ययन की आवश्यकता हो I

4.       जिनमें शुद्धता तथा विश्वसनीयता की आवश्यकता I

     MERITS
प्रमुख गुण

  1. जनगणना विश्वसनीयता तथा शुद्धता  : RELIABLE AND ACCURATE :क्योंकि प्रत्येक मदों के संबंध में आकर इकट्ठे किए जाते हैं I
  2. पक्षपात की कम संभावना : LESS BAISED : क्योंकि वह सभी मदों से संबंधित आंकड़ों को इकट्ठा करता हैi
  3.  विस्तृत सूचना  ( EXTNESIVE INFORMATION) :प्रत्येक मत के विषय में बहुत सारी बातों का पता चलता है Iजैसे कि जनगणना में केवल लोगों की संख्या के विषय में ही नहीं पता चलता बल्कि उनकी आयु ,BUSIENSS AND INCOME आदि के बारे में भी जानकारी प्राप्त हो जाती हैi
  4.  विभिन्न विशेषताओं का अध्ययन जब किसी संख्या के एक दूसरे से काफी भिन्न होती है तब प्रतिदर्श प्रणाली का प्रयोग करना कठिन होता है तो यहां पर यह प्रयोग ज्यादा लाभदायक होता है
  5.  मिश्रित अनुसंधान का अध्ययन (STUDY OF COMPLEX INVESTIGATION)

 

  1. अप्रत्यक्ष जांच  ( INDIRECT INVESTIGATION):ऐसी समस्याओं के अध्ययन के लिए भी सही है जिनका अध्यक्ष प्रत्यक्ष रूप से नहीं किया जा सकता :जैसे कि बेरोजगारी ,भ्रष्टाचार आदि I

     अवगुण

1.       खर्चीली विधि : COSTLY METHODS: इसके अंदर बहुत ज्यादा धन की जरूरत होती है Iइसको सरकार या बड़ी संस्थाएं ही कर सकते हैं I

2.       अधिक मानव शक्ति  ( LARGE MANPOWER) :हमें ज्यादा मानव शक्ति की जरूरत होती हैi

3.        अवगुण संबंध में उपयुक्त नहीं है : ( NOT SUITABLE FOR LARGE INVESTIGATION) :यदि सांख्यिकी समूह बहुत ही विशाल है तो सभी मदों को का अध्ययन करना संभव नहीं होता

 

     प्रतिदर्श विधि ( SAMPLE METHOD)

     प्रतिदर्श विधि यह विधि जिसके अंदर यह वह विधि है जिसके अंदर प्रतिदर्श अर्थात किसी समग्र का प्रतिनिधित्व करने वाले छोटे समूह से संबंधित आंकड़े इकट्ठे किए जाते हैं तथा उनसे निष्कर्ष निकाले जाते हैं I

      SAMPLE METHOD IS THAT METHOD IN WHICH DATA COLLECTED ABOUT THE SAMPLE OR GROUP OF ITEMS TAKEN FROM THE POPULATION FOR EXAMINATIONS AND CONCLUSIONS ARE DRAWN ON THEIR BASIS.

     प्रतिदर्श विधि ( SAMPLE METHOD)

1.       प्रतिदर्श विधि यह विधि जिसके अंदर यह वह विधि है जिसके अंदर प्रतिदर्श अर्थात किसी समग्र का प्रतिनिधित्व करने वाले छोटे समूह से संबंधित आंकड़े इकट्ठे किए जाते हैं तथा उनसे निष्कर्ष निकाले जाते हैं I

2.        हम अपने दैनिक जीवन में इस विधि का प्रयोग करते हैं : जैसे एक एक ग्रहणी चावल के 2 दाने देखकर यह तय कर लेती है कि चावल कच्चे हैं या बन चुके हैं I

3.       जैसे एक डॉक्टर खून की कुछ बूंदों को देखकर एक व्यक्ति के ब्लड ग्रुप का ज्ञान प्राप्त कर लेता है

     प्रतिदर्श विधि की उपयुक्तता

1.       जब खोज का क्षेत्र बहुत अधिक विस्तृत हो I

2.       जब उच्च स्तर शुद्धता की आवश्यकता ना हो I

3.       जब विभिन्न इकाइयों के अत्याधिक परीक्षण की आवश्यकता ना हो I

4.       जब समग्र की सभी इकाइयां लगभग एक जैसी

     गुण

1.       कम खर्चीली है ( ECONOMICAL): यह कम खर्चीली भी दी है इसके अंदर धन वा मेहनत की भी बचत होती है Iक्योंकि जनसंख्या की कुछ इकाइयों का ही एक अध्ययन किया जाता है I

2.       समय की बचत  ( SAVING OF TIME) :प्रतिदर्श प्रणाली के द्वारा आंकड़ों का अधिक शीघ्रता पूर्ण इकट्ठा किया जा सकता है Iक्योंकि मदों की संख्या कम होती है और इस प्रकार समय की भी बचत होती है I

 

3.       गलती की पहचान :इस विधि के अंदर केवल सीमांत मदों का अध्ययन किया जाता है गलती की पहचान करना आसान होता है I

4.       विशाल खोज के लिए ज्यादा उपयोगी है I

5.       प्रशासनिक सुविधा I

6.       अधिक वैज्ञानिक

     अवगुण ( DEMERITS)

1.       पक्षपात पूर्ण  :अनुसंधानकर्ता केवल उन्हीं मदों को प्रतिदर्श के रूप में चुन सकता है जो उसे पसंद होती है I

2.       अशुद्ध निष्कर्ष इस विधि में यदि गलत प्रतिदर्श चुने जाते हैं जो निष्कर्ष अशुद्ध निकलेंगे I

3.       प्रतिनिधि प्रतिदर्श के चुनाव में कठिनाई : अनुसंधानकर्ता के लिए कई बार ऐसे प्रतिदर्श का चुनाव कठिन हो जाता है जो पूरी जनसंख्या को प्रतिनिधित्व करता हैi

4.        कई बार सांख्यिकी समूह इतना विविध होता है कि प्रतिदर्श बनाना संभव नहीं होता

5.       यह एक तकनीकी विद्या है बिजी है और इसके लिए विशेष ज्ञान की आवश्यकता होती है

 

 

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